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ले ली रे, ले ली

भाडे की कविताऐं
भाडे की कविताऐं
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चिदंबरम ने बजट भाषण में पता नहीं क्या-क्या कहा
अपने तो बस इतना समझ आया कि चिंदी बोला
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ऐसे ही नहीं मारेंगे, कह के लेंगें।

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